∆∆•• समारोह में ब्राह्मण कर्मकाण्डीयों को किया गया सम्मानित
अजीत पार्थ न्यूज संवाद वाराणसी
विश्व ब्राह्मण परिसंघ एवं ब्राह्मण एकता परिषद के संयुक्त तत्वावधान में भारत रत्न पं.महामना मदन मोहन मालवीय जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती काशी के पराड़कर स्मृति भवन के गर्दे सभागार में रविवार को आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा महामना एवं अटल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आचार्य टुम्पा राय एवं महिमा तिवारी द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। समारोह में पधारे हुए आगंतुकों के प्रति स्वागत भाषण राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.विद्यासागर पांडेय द्वारा किया गया।
विषय प्रवर्तन करते हुए विश्व ब्राह्मण परिसंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो.हरिप्रसाद अधिकारी नें कहा कि भारतीय मनीषा में ब्राह्मण का स्थान सर्वोच्च है, हमें अपने पथ प्रदर्शकों के मार्ग का अनुसरण करते हुए उस गरिमा को कायम रखना है। ब्राह्मण जाति नहीं वरन् संस्कार है, आज समाज का हर वर्ग ब्राह्मण बनना चाहता है, किंतु संस्कार विहीन होने की दशा में वह ब्राह्मण नहीं बन पाता, इस कारण वह मूल ब्राह्मणों का विरोध करता है। हमें अपने ब्राहमणत्व पर अडिग रहते हुए समाज को एक नई दिशा एवं दशा प्रदान करना है। मालवीय जी एवं अटल जी वर्तमान समाज के पुरोधा हैं।
इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार डॉ. उमाशंकर चतुर्वेदी " कंचन" द्वारा काव्य पाठ किया गया। इस अवसर पर कर्मकांडी ब्राह्मणों को संगठन द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन दिवाकर द्विवेदी द्वारा किया गया।